Manjari Ghazal song | manjari ghazals | manjari song | manjari hindi ghazal | manjari Youtube Ghazal song ye daulat bhi le lo - lyrics
गाना / Title: ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो - ye daulat bhii le lo, ye shoharat bhii le lo गीतकार / Lyricist: Sudarshan Faakir गायक / Singer(s): Mnajari #Yeh_Daulat_Bhi_Le_Lo (ये दौलत भी ले लो) Ghazal song by #manjari काग़ज़ की कश्ती और बारिश का पानी — बचपन की खोई हुई दुनिया का सफ़र कुछ यादें ऐसी होती हैं जो उम्र के हर मोड़ पर दिल को खींचकर फिर उसी पुराने मोड़ पर ले आती हैं जहाँ हम कभी बेपरवाह, निडर और बिल्कुल मासूम हुआ करते थे। समय की तेज़ रफ़्तार ने भले ही हमें बड़े होने पर मजबूर कर दिया हो, मगर दिल के कोने में बचपन की एक बारिश आज भी भीगती है—ठंडी, सुगंधित और भोली। यह कविता उसी बारिश की खोज है… उसी काग़ज़ की कश्ती की तलाश है… जिसे बड़े होकर हम कहीं खो बैठे। दौलत, शोहरत और जवानी—सब बेकार जब बचपन याद आ जाए जैसे-जैसे इंसान उम्र, अनुभव और दुनिया की जटिलताओं में उलझता जाता है, उसे समझ आता है कि जीवन की असली ख़ुशी न धन में थी, न नाम में— वह तो बचपन की छोटी-छोटी खुशियों में छुपी थी। दौलत और शोहरत हमें दुनिया में पहचान दिला सकती हैं, पर जिस सुकून का स्वाद ...