kitne parwane jale raaz ye paane ke liye | कितने परवाने जले lyrics

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कितने परवाने जले राज ये पाने के लिये...

नीचे दिए गए गीत “कितने परवाने जले” पर आधारित एक सुंदर, भावनात्मक हिंदी ब्लॉग प्रस्तुत है। इसमें मूल गीत को दोहराया नहीं गया है, बल्कि उसके भाव, संदेश और अनुभूति को ब्लॉग के रूप में रूपांतरित किया गया है।


कितने परवाने जले – इश्क़, दर्द और इंतज़ार का अनकहा फ़लसफ़ा

इश्क़ की दुनिया में कुछ सवाल ऐसे होते हैं जिनका जवाब सिर्फ़ वही समझ सकता है जिसने प्रेम में जलना सीखा हो। गीत “कितने परवाने जले” यही कहानी बयां करता है—एक ऐसी मोहब्बत की, जिसमें पाने से पहले बहुत कुछ खोना पड़ता है।

जिस तरह परवाना शम्मा की रौशनी में जल कर अपनी मोहब्बत साबित करता है, उसी तरह इंसान भी रिश्तों में समर्पण, दर्द और इंतज़ार की अग्नि से गुज़र कर ही सच्चे प्यार की गहराई समझ पाता है।


परवाने और शम्मा—मोहब्बत का पुराना रूपक

इस गीत में परवाने का जलना और शम्मा का सुलगना एक बेहद गहरे भाव को दर्शाता है।

  • परवाना—जो मोहब्बत में जलने को भी इबादत समझता है।

  • शम्मा—जो हमेशा रौशन रहती है, लेकिन कभी-कभी उसके अस्तित्व का मक़सद ही सवाल बन जाता है:
    क्या वो जलने के लिए है या जलाने के लिए?

यह कविता-सा सवाल प्रेमियों के रिश्तों पर भी लागू होता है। कभी-कभी हम सोचते हैं कि जो व्यक्ति हमारे जीवन में है, वो हमें सँभालने आया है या हमें और परखने?


आँसू—दर्द की भाषा जिसे हर कोई नहीं समझता

गीत की पंक्तियाँ याद दिलाती हैं कि रोना हर किसी को नहीं आता।
कई बार लोग सिर्फ़ दिखावे के लिए आँसू बहाते हैं, जबकि कुछ लोग अपने दर्द को पी जाते हैं…
दर्द की यही खामोशी कई बार सबसे ज़्यादा चीखती है।

इश्क़ में बहते आँसू कभी बहाना बन जाते हैं और कभी सचमुच की तड़प का प्रमाण।


मोहब्बत की शरारतें और इंतज़ार की कसक

गीत में प्रेमी का हल्का-फुल्का गुस्सा और प्यारी शिकायत भी झलकती है—
जब कोई बार-बार सताने आए, तो नाराज़गी भी मीठी लगती है।

इंतज़ार सिर्फ़ दरवाज़े तक सीमित नहीं होता; यह दिल में चलता रहता है।
और जब वह खास व्यक्ति बिना बताए सामने आ जाए, तो वह पल ईश्वर की कृपा-सा लगता है—
जैसे कोई याद दिलाने आया हो कि “मैं यहीं हूँ… तुम्हारे लिए।”


इस गीत की खूबसूरती

यह गीत सिर्फ़ प्रेम का इज़हार नहीं करता;
यह बताता है कि मोहब्बत त्याग है, दर्द है, समर्पण है और कभी-कभी एक खूबसूरत मजबूरी भी।

इश्क़ में जलना भी है और किसी के आने का इंतज़ार भी।
कुछ ज़ख्म दिल को और नर्म बना देते हैं, और कुछ मुलाक़ातें हमें हमेशा के लिए बदल देती हैं।


अंत में…

“कितने परवाने जले” एक ऐसा गीत है जो समय, युग और पीढ़ियों से परे है।
इसकी पंक्तियाँ उन सभी दिलों की कहानी हैं जो इश्क़ को सिर्फ़ महसूस नहीं करते, बल्कि जीते हैं।

यदि आप भी मोहब्बत, जुदाई या इंतज़ार की कसक से गुज़रे हैं, तो इस गीत के हर शब्द में आपको अपना ही अक्स दिखाई देगा।


Kitne Parwane Jale Raaz Ye Paane Ke Liye Kitne Parwane Jale Raaz Ye Paane Ke Liye Kitne Parwane Jale Raaz Ye Paane Ke Liye Shamma Jalne Ke Liye Hai Ya Jalane Ke Liye Shamma Jalne Ke Liye Hai Ya Jalane Ke Liye Kitne Parwane Jale Raaz Ye Paane Ke Liye Rone Wale Tujhe Rone Ka Salikha Bhi Nahi Rone Wale Tujhe Rone Ka Salikha Bhi Nahi Ashq Peene Ke Liye Hai Ya Bahane Ke Liye Ashq Peene Ke Liye Hai Ya Bahane Ke Liye Kitne Parwane Jale Album: Ke Paayal Bol Padi Aaj Keh Doonga Shab E Ghum Ki Shararath Unse Aaj Keh Doonga Shab E Ghum Ki Shararath Unse Roz Aa Jaata Hai Kambakth Satane Ke Liye Roz Aa Jaata Hai Kambakth Satane Ke Liye Kitne Parwane Jale Raaz Ye Paane Ke Liye Mujhko Maloom Tha Aap Aayenge Mere Ghar Mujhko Maloom Tha Aap Aayenge Mere Ghar Lekin Khud Chala Aaya Hoon Yaad Dilane Ke Liye Lekin Khud Chala Aaya Hoon Yaad Dilane Ke Liye Kitne Parwane Jale Raaz Ye Paane Ke Liye Shamma Jalne Ke Liye Hai Ya Jalane Ke Liye Kitne Parwane Jale Raaz Ye Paane Ke Liye.

Raaz Ye Paane Ke Liye orignal Released: 1998 Artist: Munni Begum

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